मुल्ला नसरुद्दीन| Mullah Nasruddin
मुल्ला नसरुद्दीन की कहानी
माना जाता है की मुल्ला नसरुदीन जापान में रहने वाला एक बुद्धिमान दार्शनिक था| जिससे उसके कहानियाँ के लिए जाना जाता था | अक्सर अपने उपदेशो में मुल्ला के कहानी किस्सों का जिक्र किया करते थे | एक बार मुल्ला नसरुदीन को परवचन देने के लिए आमंत्रित किया गया | मुल्ला समय से पहुचे और स्टेज पर चढ़ गया ,क्या आप जानते है मैं क्या बोलने वाला हूँ ? "मुल्ला ने पूछा" |
“नहीं” बैठे हुए लोगो ने जवाब दिया
यह सुन मुल्ला नाराज हो गया , “जिन लोगो को यह भी नहीं पता की मैं क्या बोलने वाला हूँ मेरी उनके सामने बोलने की इच्छा नहीं है |
और ऐसा कह कर वह चला गया |
उपस्थित लोगों को थोड़ी सर्मिंदगी हुई और उन्होने अगले दिन फिर से मुल्ला नसरुदीन को बुलावा भेजा |
इस बार भी मुल्ला ने वही प्रशन दोहराया , “ क्या आप जानते हैं कि मैं क्या बताने वाला हूँ ?”
“हाँ”, कोरश में उतर आया |
“बहुत अच्छे जब आप पहले से ही जानते हैं तो भला दोबारा बता कर मैं आपका समय क्यों बर्बाद करू ,” और ऐसा कहते हुए मुल्ला वहा से निकल गया |
अब लोग थोरा सा क्रोधित हो गए , और फिर एक बार फिर मुल्ला को आमंत्रित किया |
इस बार भी मुल्ला ने वही प्रश्न किया , “ क्या आप जानते हैं मैं क्या बताने वाला हूँ ?”
इस बार सभी ने पहले से योजना बना रखी थी इसलिए आधे लोग लोग ने “हाँ” और आधे लोग ने “ना” में उत्तर दिया |
“ठीक है जो आधे लोग जानते हैं की मैं क्या बताने वाला हूँ वो बाकि के आधे लोगो को बता दें |”
फिर कभी किसी ने मुल्ला को नहीं बुलाया !
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