इश्वर का मतलब | Meaning of god
इश्वर का मतलब
इश्वर का मतलब ही अंग्रजी के शब्द से साफ़ हो जाता है , जैसे
GOD का FULL फॉर्म होता है
G का FULL FORM – GENERATION का मतलब सिर्जन करने बाला यानि महेश
O का FULL FORM –OPERATION मतलब पालनहर विष्णु
D का FULL FORM – DISTROY मतलब नष्ट करने बाला ब्रह्मा
महेश का दूसरा नाम शंकर – शंकर का मतलब होता है दो जाती का मिलन अर्तार्थ – स्त्री और पुरुष एक दुसरे से मिला हो | आप ने देखा होगा जहाँ कही शंकरजी का लिंग का स्थापना हुआ वह पार्वतीजी के योनी में बिस्थापित किया गया है |
इस का सन्देश साफ़ है की नर –नारी के मिलन से ही किसी जीव जंतु कि उत्पत्ति होता है | इसलिए मनुष्य जाती उनका आदेश मान कर पूजा पाठ करते है ताकि उनका जीवन चक्र अच्छे से गुजरता रहे और आगे का सृजन होता रहे |
अब बात आती है विष्णु कि विष्णु भगवान धर्मं के स्थापना करने के लिए समाज में तरह तरह के रूप धारण कर के आते है और धर्म की स्थापना करने करने के लिए समाज में तरह तरह के रूप धारण कर आते है और धर्म के स्थापना करते रहते है और अधर्म के मार्ग पर चलने बालो को पहले सचेत करते है और अंत में अधर्म का नास कर देते है |
अब बात आती है विष्णु कि विष्णु भगवान धर्मं के स्थापना करने के लिए समाज में तरह तरह के रूप धारण कर के आते है और धर्म की स्थापना करने करने के लिए समाज में तरह तरह के रूप धारण कर आते है और धर्म के स्थापना करते रहते है और अधर्म के मार्ग पर चलने बालो को पहले सचेत करते है और अंत में अधर्म का नास कर देते है |
विष्णु रूप में उन्हें इसलिए लोग पूजा करते है क्यूकि वह पालनहार है |
अंत में ब्रम्हाजी कि बात करता हु
ब्रह्माजी सबसे प्रथम किशी जीव जंतु के जन्म के समय भाग्य लिखते है , वह मानव हो या दानव , पशु पक्षी हो या जीव जंतु सबको उनका फर्क के मुताबिक भाग्य लिखते है और सभी प्राणी उनके द्वारा लिखा भाग्य का फल पता है और अंत समय जिसका जब आता है वह स्वत नष्ट हो जाता है |
ब्रह्माजी सबसे प्रथम किशी जीव जंतु के जन्म के समय भाग्य लिखते है , वह मानव हो या दानव , पशु पक्षी हो या जीव जंतु सबको उनका फर्क के मुताबिक भाग्य लिखते है और सभी प्राणी उनके द्वारा लिखा भाग्य का फल पता है और अंत समय जिसका जब आता है वह स्वत नष्ट हो जाता है |
इस तरह से ईश्वर हमारा जीवन को सफल बनाते है |
Post A Comment:
0 comments: