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बच्चो कि बात से हसी

एक फौजी आपने परिवार के साथ एक कश्बा में रहता था
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बच्चो कि बात से हसी

बच्चो कि बात से हसी


एक फौजी आपने परिवार के साथ एक कश्बा में रहता था | वह अपने एक नाती को अपने पास रखता है | उसका नाम सुजीत है | वह कोई 14 साल का है | फौजी का एक पोता है | वह 2 साल का है | उसका नाम कृष्णा है |
जब वह सुबह सो कर उठता है तब सुजीत के घर में जाकर उसके बिस्तर पर बैठ जाता है और सुजीत के पास जाकर पेशव कर देता है और खुद से बोलने लगता है कि स्वीत -स्वीत मुती -मुती | जब उसकी दादी उससे पूछती है "यहाँ पेशव किसने किया बताओ" |तो बोलता है "स्वीत -स्वीत मुती -मुती"|
यह सुनकर घर के लोग खुश होते है और हँसने लगते है | इस तरह से घर के सब लोग कुछ ना कुछ उल्टा - पुल्टा काम करते रहते है | कभी -कही पानी गिरा देता है तो कभी अपने दादा -दादी के साथ बाहर घुमने निकल जाता | जब सुजीत का नाम लगा देता बच्चे इस तरह के नटखट काम करते रहते है और घर के सभी लोग खूब प्रसन रहते है |
एक बार की बात जब सुजीत बाजार जा रहा था। कृष्णा ने उससे अपने साथ ले जाने की जिद की । सुजीत में सोचा कि वह इतने छोटे बच्चे को कैसे अपने साथ ले जाएगा फिर उसने उसने कृष्णा को बोला कि मैं तुम्हारे लिए चिप्स लाऊंगा।
कृष्णा मान गया और सुजीत बाजार चला गया। कुछ समय के बाद सुजीत बाजार से वापस आया तो कृष्णा उसका इंतजार गेट पर ही कर रहा था। कृष्णा ने उसे बुलाया और इशारे से पूछा कि उसका चिप्स कहां है ?
गलती से सुजीत चिप्स लेना भूल गया था। अब वह सोच रहा था कि वह तो भूल गया है अब उसे क्या जवाब दें।
कृष्णा ने इशारे इशारे में जाकर सबको शिकायत की की सुजीत उसका चिप्स नहीं लाया है।
तब सबने सुजीत से पूछा कि क्यों नहीं लाया है कैसे भूल गया ? इस पर सुजीत को अपनी गलती का एहसास हुआ। वह वापस बाजार गया और चिप्स लेकर आया।
सुजीत कभी-कभी भूल जाता है कि क्या लाना है? फिर वह लिख कर ले जाता है फिर भी सामान 10 में से 6 ही आते हैं।
छोटी-छोटी मस्ती में सब खुश रहते हैं।

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Masti

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